मैक्लॉडगंज MacLeod Ganj बौद्धों का धार्मिक स्थान
मैक्लॉडगंज MacLeod Ganj
धर्मशाला Dharamshala से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मशहूर पर्यटक स्थल मैक्लोडगंज, जहां बारिश की फुहार पड़ती है, तो शहर का हर हिस्सा जैसे खिल उठता है और मन अपने आप ही सैर करने को मचलने लगता है।
धर्मशाला के दो हिस्से हैं अपर धर्मशाला और लोअर धर्मशाला। निचला हिस्सा धर्मशाला और ऊपरी मैक्लॉडगंज कहलाता है।
बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा अपने शिष्यों के साथ यहां आकर बसे थे। मैक्लोडगंज बौद्धों का तीर्थ स्थल भी है। इस जगह को मिनी ल्हासा भी कहा जाता है। यहां की सबसे मशहूर जगह, दलाई लामा का मंदिर और उस से सटी नामग्याल मोनेस्ट्री है। पर्वत की ऊंची-नीची चोटियां पर बर्फ के निशान। चीड़ और देवदार के हरे-भरे पेड़ हर किसी के मन को अपनी ओर खींचते हैं। अपनी इस खूबसूरती की वजह से यहां की वादियों के मनमोहक दृश्य पर्यटकों के जेहन में हमेशा के लिए बस जाते हैं।
Dharamshala/Mcleodganj -यहां घूमने आने के लिए कम से कम दो-तीन दिन का समय निकालकर जरूर आएं।
War Memorial Dharamshala |
वॉर मेमोरियल War Memorial - धर्मशाला का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, इसकी स्थापना हिमाचल प्रदेश के उन सैनिकों की याद में की गई है जिन्होंने आजादी के बाद भारत के लिये लड़ाई लड़ी। यह मेमोरियल बहुत दूर में फैला हुआ है यहां तरह तरह के नक्काशी भी किए गए हैं पेड़ पौधों से सज्जा रंग-बिरंगे फूलों से भारत माता का नक्शा भी बनाया गया है यहां युद्ध में इस्तेमाल किए गए हथियार भी रखे हुए हैं।
Cricket Stadium |
दलाई लामा मंदिर - यहां का सबसे प्रमुख आकर्षण दलाई लामा का मंदिर है नामग्याल मोनेस्ट्री भी मशहूर है। यहां भारत और तिब्बत की संस्कृतियों का संगम देखने को मिलता है। तिब्बती संस्कृति और सभ्यता को प्रदर्शित करता एक पुस्तकालय भी स्थित है। मार्च से जुलाई के बीच यहां ज्यादा संख्या में सैलानी आते हैं। इन दिनों यहां का मौसम बेहद सुकून भरा होता है।मंदिर से सनसेट का नजारा देखना अपने आप में अद्भूत होता है। यह दृश्य देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।
सेंट जॉन चर्च - 1863 में बना सेंट जॉन चर्च पहाड़ो और घने जंगलों के बीच एकांत में स्थित हैं, जो की शांति की तलाश में गये लोगो को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती है
डल झील - पहाड़ों से घिरी छोटा सा डल झील, रोड किनारे ही स्थित है। यह एक पिकनिक स्पॉट भी है, जहां आप बोटिंग के मजे ले सकते हैं।
डल झील से थोड़ी सी आगे हिमालय की धौलाधार पर्वतों की श्रृंखला है। जहां आप एक अलग ही दुनिया का अनुभव करते हैं बहुत खूबसूरत बर्फ चांदी में लपेटा हुआ ऊंचे पर्वतों को देखना अपने आप में एक अद्भुत नजारे का एहसास कराता है
भागसूनाग झरना - मंदिर से कुछ ही दूरी पर भागसूनाग झरना स्थित है। इसका पानी एकदम निर्मल और ठंडक भरा होता है। यहां लोग घंटों पत्थरों पर बैठकर झरने की फुहारों का आनंद लेते हैं।
यहाँ 2 से 3 दिन के घूमने का Total cost Per Person - 6000 से 7000 (डबल शेयरिंग रूम )
मैकलोडगंज घूमने का समय - पूरे साल
घूमने की अवधि - 2 से 3 दिन
अधिक जानकारी के लिए आप मैक्लॉडगंज के टूर एंड ट्रेवल कंपनी से संपर्क कर सकते हैं।
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